कोकोपिट को घर पर कैसे तैयार करें
नमस्कार दोस्तों,
मैं हूँ मुकेश कुमार और आप पढ़ रहे हैं हमारे पौधे पर कृषि के बारे में।
दोस्तों सबसे पहले तो आप सभी से क्षमा चाहता हूं कि में बहुत दिनों से एक्टिव नही था।
लेकिन अब से मैं हमेशा आपके साथ बने रहने कि पूरी कोशिश करूंगा।
तो दोस्तों शुरू करते हैं आज की पोस्ट के बारे में। दोस्तों आज मैं आपसे बात करने वाला हूँ मेरी एक अधूरी पोस्ट के बारे में जो मैने बीच मे छोड़ दी थी और आपको इंतज़ार करने के लिए कहा था । तो दोस्तो आज उस को ही पूरी करने की कोशिश करूंगा।
दोस्तों आज में आपसे बात करने वाला हूँ कोकोपिट को हम अपने घर पर ही कैसे तैयार कर सकते हैं।
तो दोस्तों अगर आपको कोकोपिट के बारे में नही पता है तो पहले आप मेरी पिछली पोस्ट कोको पीट : बिना मिट्टी के खेती करने का तरीका को एक बार जरूर देखें।
तो दोस्तो अब आप ये तो जान गए कि कोकोपिट क्या होती है। लेकिन आप ये सोच रहे होंगे कि अब कोकोपिट कहाँ से प्राप्त करे तो दोस्तो वैसे से तो कोकोपिट मार्केट में बहुत ही आसानी से मिल जाती है फिर भी कुछ जगह इसका मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है तो दोस्तो आज में आपको इसे घर पे बनाने की पूरी विधि बताने जा रहा हूँ।
आवश्यकताएं :-
1. नारियल का छिलका (जट)
2. बर्तन ( टब या को छोटा बर्तन
3. कैंची
4. मिक्सी
5. छलनी
6. पानी
बनाने की विधि :-
1. छिलके इकठ्ठा करना :-
सबसे पहले हमें जरूरत होगी कुछ नारियल के छिलकों की जिनसे हम कोकोपिट बनाने वाले हैं। उसके लिए हम ऐसे छिलके इकठ्ठा करेंगे जो कि नरम हो लचीले हो लेकिन अब आप सोच रहे होंगे कि नारियल के छिलके नरम कैसे हो सकते तो दोस्तों नरियल के छिलकों के बीच का भाग बिलकुल नरम होता है और हमे उसी हो जरूरत होती है। अब आपको इन छिलकों को कैंची की सहायता से छोटे छोटे टुकड़ों में काटना है और ध्यान रहे कठोर भाग न आने पाए क्योंकि कठोर पार्ट को मिक्सी में डालने पर मिक्सी को खतरा रहता है।
2. मिक्सी में पीसना :-
अब इन टुकड़ो को मिक्सी की सहायता से पीस लें। मैं आपको पहले ही बता दूं कि इन टुकड़ो का कभी भी पाऊडर नही बनेगा क्योंकि इनमें रेशे होते हैं जिनको पाऊडर बनाना मुमकिन नही होता है और हमे इसकी जरूरत भी नही है। अब इस पीसे हुए मिश्रण को छलनी की सहायता से छान कर या बिना छलनी के भी हमे सिर्फ रेशो को अलग करना है।
3. कोकोपिट तैयार करना :-
अब बचा हुआ भाग ही कोकोपिट कहलाता है। जिसको थोड़ा सा पानी डाल कर निचोड़ लिया जाता है। अब इसमें से पानी को पूरी तरह निकाल दिया जाता है और कोकोपिट को अच्छी तरह दबा कर संपीडित कर लिया जाता है। संपीडित करते समय अगर आप इसको कोई शेप देना चाहते हैं तो वो भी दे सकते हैं। अब आपका कोकोपिट पूरी तरह तैयार है इसको आप सुरक्षित स्थान ( नमी रहित ) पर रखे और जब भी आवश्यकता हो प्रयोग करें।
एक चीज बताना भूल गया कि जो कचरे के रूप में रेशे निकले थे उनका क्या करना है तो दोस्तों वो कचरा नही है उसका उपयोग हम कई प्रकार से कर सकते हैं जैसे कि गमले के नीचे के छेद में लगा कर जिससे मिट्टी कटाव न हो और जल का निस्तारण भी होता रहे।
दोस्तों अगली पोस्ट में आपको बताऊंगा कि कोकोपिट का उपयोग कैसे किया जाता है।
दोस्तो आपको हमारी ये पोस्ट केसी लगी जरूर बताएं जिससे हमें हमारी कमियों के पता चल सके।
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Mukesh Kumar Pareek
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