परिचय
श्री जगदीप सिंह सुपुत्र श्री गुरबचन सिंह निवासी बुढाखेडा जिला करनाल ने कई बार कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा बुढाखेडा गाँव में आयोजित ‘ऑफ़ कैम्पस ट्रेनिंग’ में भाग लेकर ज्ञान अर्जित किया व राष्ट्रीय डेरी अनु.सं. करनाल वैज्ञानिकों एवं तकनीशियनों के अनुभव से प्राप्त ज्ञान द्वारा पशुपालन का कार्य करते हैं। इनका परिवार अच्छी नस्ल की भैसों व ग्याओं को पालने के लिए जाना जाता है। ये एन.डी.आर.आई. करनाल एवं हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित पशु प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अनेक ईनाम जीत चुके हैं। इस इनके पास पशुओं की संख्या विवरण निम्न प्रकार है
होलस्टीन फिजियिन शंकर गायें | 4 |
होलस्टीन शंकर बछड़िया |
2 |
मुर्राह भैंस |
12 |
मुर्राह कटडियां |
5 |
पशु प्रबंध
श्री जगदीप सिंह पशुओं के लिए आवास व्यवस्था है साथ ही पशुओं को काफी खुला स्थान भी दिया गया जहाँ पशु समय-समय पर आराम कर सकें। पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए खुर पका मुहँ पका वैक्सीन प्रति वर्ष दो बार व गोलगोटू वैक्सीन प्रति वर्ष एक बार लगाई जाती है। पशुओं की सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। पशुओं के लिए साफ पानी की व्यवस्था है। श्री सुखविन्द्र सिंह पाने पशुओं का अधिक से अधिक हरा चारा उपलब्ध कराते हैं व स्वयं बनाकर दाना उपलब्ध कराते हैं। उनका मानना है कि यदि पशुओं की उचित सफाई रखी जाये और उचित मात्रा में संतुलित आहार उपलब्ध कराया जाए तो पशुओं में बीमारियों स्वयं ही कम हो जाती है। वे अपने पशुओं को अन्तः परजीवी व बाह्य परजीवियों से बचाने के की समय-समय पर उचित दवाइयों का प्रयोग करते हैं।
पशु प्रजनन
श्री जगदीप सिंह पशुओं को कृत्रिम गर्भाधान से गाभिन कराते हैं। जिसके लिए वे वीर्य की व्यवस्था राष्ट्रीय डेरी अनुसन्धान संस्थान, करनाल, पशुपालन विभाग पंजाब व वीर्य बैंक-हैसर गट्टा (कर्नाटका) आदि स्थानों से प्राप्त करते हैं।
दूध उत्पादन एवं इससे आर्थिक लाभ
श्री जगदीप सिंह पशुओं से प्रतिदिन औसतन 110 लीटर दूध दूध प्राप्त होता है जिसे वे क्रमशः 10 रू. प्रति लीटर एवं 15 लीटर के हिसाब से बेचते हैं। श्री जगदीप सिंह पशुओं का दूध बेचकर प्रतिमाह रु. 10,000-12000 रु, प्रतिमाह पशुपालन से शुद्ध लाभ कमाते हैं।
स्त्रोत: कृषि विभाग, झारखण्ड सरकार